लखनऊ-
IPS राजीव सब्बरवाल का प्रमोशन हुआ,
DG बने ,शासन से आदेश जारी,1993 बैच के अफसर हैं सब्बरवाल, जल्द मिलेगी तैनाती !!
................ महाराष्ट्र - गेम के चक्कर में गेम हो गया - विधानसभा में गेम खेलते हुए वायरल हुए कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे का विभाग छीना गया - खेल मंत्रालय दिया गया !! दत्तात्रेय भरणे नये कृषि मंत्री बने !! ..................... बिहार- बिहार CM नीतीश कुमार ने किया ऐलान- मिड-डे मील रसोइयों का मानदेय दोगुना कर 1,650 रुपये से 3,300 रुपये किया गया, माध्यमिक/उच्च शिक्षा विद्यालयों में कार्यरत रात्रि प्रहरी का मानदेय 5,000 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये किया गया, शारीरिक/स्वास्थ्य अनुदेशकों का मानदेय 8,000 रुपये से बढ़ाकर 16,000 रुपये किया गया !!
................. भारत निर्वाचन आयोग ने भारत के उपराष्ट्रपति पद के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की। नामांकन की अंतिम तिथि - 21 अगस्त, 2025 मतदान की तिथि (यदि आवश्यक हो) - 9 सितंबर, 2025 ................ ................. मिर्जापुर में गंगा का जलस्तर बढ़ा, एसडीएम गुलाब चंद ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया निरीक्षण मिर्जापुर में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे नदी किनारे बसे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। गुरुवार को एसडीएम सदर गुलाब चंद ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। गंगा के उफान ने अब रौद्र रूप धारण कर लिया है और जलस्तर खतरे के निशान से महज कुछ मीटर नीचे पहुंच चुका है। तेजी से बढ़ते पानी ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की चिंता बढ़ा दी है। ग्रामीणों का कहना है कि पानी पहले से काफी तेजी से चढ़ रहा है और यदि यही स्थिति बनी रही तो आने वाले कुछ ही घंटों में कई घर जलमग्न हो सकते हैं। निरीक्षण के दौरान एसडीएम गुलाब चंद ने बाढ़ राहत चौकियों को सक्रिय करने, नावों की व्यवस्था करने और निचले इलाकों में सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक तैयारी की जा रही है। "जनमानस की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। गंगा का जलस्तर लगातार मॉनिटर किया जा रहा है। आवश्यकता पड़ी तो त्वरित राहत और बचाव कार्य शुरू किए जाएंगे," एसडीएम गुलाब चंद। गौरतलब है कि ओझला पुल के पास गंगा का जलस्तर 76 मीटर से ऊपर पहुंच चुका है, जबकि चेतावनी स्तर 76.724 मीटर है। स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने नगर निगम और सिंचाई विभाग को अलर्ट पर रखा है। प्रशासन ने जनता से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी आपात स्थिति में संबंधित विभाग से तुरंत संपर्क करे,
.................... प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और अब यह खतरे के निशान के बेहद करीब पहुंच गया है। जिला प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार, खतरे का निशान 84.734 मीटर है। शुक्रवार सुबह 8 बजे की स्थिति में दोनों नदियाँ इससे केवल कुछ सेंटीमीटर नीचे बह रही हैं। इसके कारण निचले इलाकों में पानी घुसने लगा है। प्रयागराज के नैनी में यमुना नदी का जलस्तर 83.54 मीटर दर्ज किया गया है। यह खतरे के निशान से 1.194 मीटर (लगभग 119 सेमी) नीचे है। पिछले 24 घंटों में यमुना में 101 सेमी की वृद्धि हुई है। इससे खतरे की आशंका और बढ़ गई है। गंगा नदी के विभिन्न स्थानों पर भी जलस्तर में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। फाफामऊ में जलस्तर 83.22 मीटर है, जो खतरे के निशान से 1.514 मीटर नीचे है। पिछले 24 घंटे में यहां 82 सेमी की वृद्धि हुई है। छतनाग में जलस्तर 82.92 मीटर है, जो खतरे के निशान से 1.814 मीटर नीचे है। यहां 104 सेमी की वृद्धि दर्ज की गई है। बक्शी एसटीपी में जलस्तर 83.49 मीटर है, जो खतरे के निशान से केवल 1.244 मीटर नीचे है। यहां 99 सेमी की वृद्धि हुई है। .................. जलस्तर में बढ़ोत्तरी को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, जिले के सभी तटबंध पूरी तरह सुरक्षित हैं। बाढ़ नियंत्रण कक्ष लगातार निगरानी कर रहा है। नदी किनारे के गांवों में प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी किया गया है। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
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