यूपी में मुसलमानों को अपने पुरखे और गोत्र याद आने लगे हैं, जौनपुर के एक गांव में वहां रहने वाले मुसलमान अपने नाम के आगे हिंदू टाइटल लगा रहे हैं. @ZEENEWS से बातचीत में मुसलामानों ने बताया कि किसी ने अपना नाम मोहम्मद आजम दुबे, तो किसी नौशाद अहमद पांडे रख लिया, ऐसा करने के पीछे वो वजह बता रहे हैं कि उनके पुरखे ब्राह्मण थे और अपनी विरासत को याद करने के लिए उन्होंने अपना नाम बदल लिया. परिवार के बाकी शख्स मुस्लिम नाम ही रख रहे हैं लेकिन एक शख्स हिंदू टाइटल लगा रहा है. इस गांव के लोग भगवान राम की पूजा भी करते हैं और गाय माता की सेवा भी. हिंदू धर्म मे घर वापसी होने पर बहुत-बहुत बधाई आप लोगों का स्वागत अभिनंदन है
................ मिर्जापुर एससी एसटी के मामले में जबरन सुलह करा रहे चुनार थाना प्रभारी और कजरहट चौकी इंचार्ज. पीड़ित को जबरन धमकाकर, फर्जी मुकदमे का भय दिखाकर मुकदमा में सुलह के लिए बना रहे दबाव.15 दिन पूर्व दर्ज मुकदमे में आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई चुनार पुलिस, विपक्षियों से मिलकर पीड़ित को परेशान कर रही पुलिस.विपक्षियों के कहने पर पीड़ित को कजरहट चौकी ले गई पुलिस. सुलह न करने पर जेल भेजने की दी जा रही धमकी. चुनार थाना क्षेत्र के चचेरी मोड़ का मामला।
............... वाराणसी - BHU की छात्रा होटल की तीसरी मंजिल से गिरी गंभीर हालत में छात्रा को ट्रामा सेंटर में किया भर्ती छात्रा दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेने गई थी बनारस छात्रा अपने दोस्त फुरकान के साथ होटल में ठहरी थी पुलिस ने साथी युवक फुरकान को हिरासत में लिया छात्रा प्रियंका मूल रूप से बांदा की रहने वाली.
................. पिता के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए दर दर भटक रहा युवक मिर्जापुर। पिता के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए दर दर भटक रहा युवक।जी हां आपने सही सुना थाना विंध्याचल क्षेत्र के भटेवरा निवासी धीरज तिवारी पुलिस अधीक्षक को पत्रक देते हुए बताया कि दिनांक 10 अक्टूबर 2024 ई० को समय करीब 10 बजे रात विपक्षीगण अयोध्या तिवारी, विजय, तिवारी, आशीष तिवारी, विनय तिवारी, विकास दूबे व रमाशंकर सरोज आदि एक राय होकर योजना बद्ध तरीके से स्थान भटेवरा तिराहे के पहले आम के पेड के पास भाला, कटवासा, लाठी, डण्डे आदि से मार कर प्रार्थी के पिता प्रमोद तिवारी की हत्या प्रार्थी व प्रार्थी के घर वालों के सामने कर दिया था। जिसके सम्बन्ध में उक्त हत्या की घटना की प्रार्थना पत्र प्रार्थी द्वारा थाना विन्ध्याचल में दर्ज करायी गयी है तथा उसकी विवेचना तत्कालीन थानाध्यक्ष द्वारा दी जा रही है किन्तु थाना विन्ध्याचल की पुलिस विपक्षीगण की साजिश व प्रभाव में होने के कारण पूर्णतः निष्कृय है तथा वह न तो इस जघन्य हत्या काण्ड की न तो समुचित विवेचना कर रही है तथा न ही प्रार्थी व प्रार्थी के परिवार को कोई सुरक्षा ही प्रदान कर रही है बल्कि थानाध्यक्ष व विवेचक द्वारा प्रार्थी के ऊपर अभियुक्तगण से सुलह कर लेने का दबाव डाला जा रहा था तथा ऐसा न करने पर कई अभियुक्तगण का नाम मुकदमें से निकाल देने एवं मुकदमा कमजोर कर देने की धमकी प्रार्थी व प्रार्थी के परिवार वालों को दी जा रही है। अभियुक्तगण द्वारा प्रार्थी के पिता की नृशन्स हत्या की गयी है तथा प्रार्थी व उसके घर वालों को जाने अंजाने लोगों से प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से जान से मार डालने की धमकी दी व दिलायी जा रही है। थाना विन्ध्याचल की पुलिस अभियुक्तगण के दबाव व प्रभाव में है तथा उनसे मिली हुई है। घटना के इतने दिन बीत जाने के बावजूद भी अभी तक विपक्षीगण की कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी। थाना विन्ध्याचल की पुलिस इस मुकदमें में लिपा-पोती करके कई अभियुक्तगण का नाम मुकदमें से निकाल देगी तथा मुकदमे में गलत विवेचना कर के अभियुक्तगण को लाभ पहुँचाने के लिए मुकदमें को कमजोर कर देगी। इसके साथ ही साथ विंध्याचल की पुलिस द्वारा कई अभियुक्तगण को इतना समय व्यतीत हो जाने के बावजूद भी गिरफ्तार भी नहीं किया गया है तथा नही गिरफ्तारी हेतु कोई प्रयास ही किया जा रहा है। जिससे अभियुक्तगण स्वच्छन्द रूप से घूम रहे है तथा प्रार्थी व उसके परिवार को जान से मार डालने की धमकी दे रहे है तथा उक्त घटना के गवाहान को भी प्रभावित कर रहे है तथा डरवा धमका रहे है तथा यह भी कहते घूम रहे है कि हम लोगों ने थानाध्यक्ष को दस लाख रूपया देकर उन्हें अपने पक्ष में कर लिया है। हम लोगों का अब कुछ भी नहीं होगा। विपक्षीगण एक पेशेवर अपराधी तथा मनबढ़ व गुण्डा किस्म के सजा आफ्ता लोग है अगर उक्त मुकदमें की समुचित विवेचना की व्यवस्था नहीं की गयी तथा विन्ध्याचल पुलिस को नियंत्रित नहीं किया गया तो अभियुक्तगण रूपये पैसे के बल पर मुकदमें से अपना नाम निकलवाने में सफल हो जायेगे तथा मुकदमा भी पुलिस द्वारा कमजोर कर दिया जायेगा। जिससे अभियुक्तगणों हत्या की घटना को अंजाम देने के बावजूद भी अपनी गलत मंशा में कामयाब हो जायेगे। उक्त घटना के सम्बन्ध में प्रार्थी ने पूर्व में भी प्रार्थना पत्र दिया था, तथा पुलिस अधीक्षक के आदेश के बावजूद भी थानाध्यक्ष द्वारा समुचित कार्यवाही विपक्षीगण के खिलाफ नहीं किया जा रहा है तथा श्रीमान् जी के आदेश का अवहेलना किया जा रहा है ऐसी स्थिति में श्रीमान् जी द्वारा व्यकिगत अभिरूचि लेकर मुकदमें की समुचित विवेचना व शेष अभियुक्तगण की गिरफ्तारी तथा प्रार्थी व उसके परिवार की सुरक्षा की व्यवस्था किया जाना परम आवश्यक है।
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