कलश यात्रा के साथ हुआ संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ
ड्रामड ग॓ज
नवरात्रि की पावन अवसर पर मां दुर्गा मंदिर ड्रामड गंज में नवयुवक बल समिति द्वारा आयोजित नवरात्र में मां दुर्गा पूजा एवं श्रीमद् भागवत महापुराण कथा महोत्सव में भागवत जी का पूजन एवं कलश यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत का शुभारंभ हुआ पूज्य आचार्य विद्वान पंडित द्वारा वैदिक वेद मंत्र उच्चारण के बीच सेवटी नदी एवं गंगाजल का पवित्र जल भर के भागवत वक्ता निर्मल कुमार शुक्ल जी के मार्गदर्शन में भागवत जी के मुख्य यजमान राजेंद्र प्रसाद गुप्त सपत्नी सहित विश्व कल्याण की कामना को लेकर के भागवत जी को सर पर रख करके पूरे नगर का भ्रमण करते हुए 31 कन्या सहित कलश यात्रा में सम्मिलित भक्तजन डीजे और ढोल ताशा के साथ भक्ति मय भजनों में जय श्री राधे जय श्री कृष्ण के नाम से गूंज उठा उसके बाद श्रीमद् भागवत का शुभारंभ ग्रंथ परिचय महाराज परीक्षित की कथा यात्रा में समिति के प्रधान पुजारी पंडित रमाकांत पांडेय यजमान अंकित केसरी एवं समिति के अध्यक्ष सोनू केसरी कार्यक्रम प्रभारी शशांक केसरी उपाध्यक्ष ज्ञान प्रकाश केसरी कोषाध्यक्ष कृष्ण गोपाल केसरी संरक्षक पूर्व प्रधान लवकुश केसरी अनिल केसरी पप्पू केसरी राजेंद्र सोनी संयोजक ओम चौरसिया सहसंयोजक अनूप केसरी कृष्ण कुमार उर्फ बाबा केसरी ग्राम प्रधान कौशल गुप्ता पूर्व प्रधान मंगलदास जायसवाल बसंत लाल केसरी संरक्षक ज्ञान दास केसरी साथ में पिंटू केसरी एवं मातृशक्ति एवं दुर्गा वाहिनी की कार्यकर्ता तथा क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिक कार्यक्रम में शामिल रहे
............... प्रतापगढ़ कुंडा डीएसपी जियाउल हक हत्याकांड, 10 आरोपी दोषी करार, 11 साल बाद आया सीबीआई कोर्ट का फैसला, पीटने के बाद गोली मारकर की गयी थी हत्या लखनऊ: प्रतापगढ़ के हथिगवां थाना इलाके के गांव बलीपुर में 2 मार्च 2013 को रात करीब 8.15 बजे दोहरे हत्याकांड की जानकारी मिली थी. मौके पर पहुंचे कुंडा के डीएसपी जियाउल हक को पहले लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा गया था. इसके बाद में उनको गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था. तीन घंटे तक उनकी लाश प्रधान के घर के पीछे खड़ंजे पर पड़ी रही थी. इस कांड में अन्य लोगों के साथ रघुराज प्रताप सिंह को साजिश का आरोपी बनाते हुए नामजद किया गया था. शुक्रवार को लखनऊ में स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने इस केस के 10 आरोपियों को दोषी करार दिया. हत्याकांड में 10 लोग दोषी करार: लखनऊ में स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने डीएसपी जियाउल हक की हत्या के मामले में फूलचंद यादव, पवन यादव, राम लखन गौतम, मंजीत यादव, घनश्याम सरोज, छोटेलाल यादव, शिवराम पासी, राम आसरे, मुन्ना पटेल और जगत बहादुर पाल को दोषी करार दिया. कोर्ट ने सजा पर फैसला सुरक्षित रख लिया है. इस केस में कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह और उनके करीबी रहे गुलशन यादव भी आरोपी थे, लेकिन दोनों को सीबीआई जांच में पहले ही क्लीन चिट मिल गयी थी. राजाभैया को सीबीआई दे चुकी है क्लीन चिट: इस केस में सीबीआई ने अप्रैल 2013 में ग्राम प्रधान के बेटे पवन, बबलू, फूलचंद और मंजीत यादव को जियाउल हक मर्डर केस में गिरफ्तार किया था. इस केस में कुंडा विधायक राजा भैया का भी नाम उछला था. आरोप था कि राजाभैया के मैनेजर नन्हें सिंह ने डीएसपी पर गोली चलाई थी. हालांकि राजाभैया की इस हत्याकांड में भूमिका नहीं पाई गई. सीबीआई की जांच में दोबारा राजाभैया को क्लीनचिट मिल गई. प्रधान की हत्या पर हुआ था बवाल: यूपी के प्रतापगढ़ के कुंडा के बलीपुर गांव में प्रधान नन्हें सिंह यादव की हत्या कर दी गई थी. यह हत्याकांड उस समय अंजाम दिया गया, जब नन्हें यादव विवादित जमीन के सामने बनी एक फूस की झोपड़ी में मजदूरों से बात कर रहे थे. प्रधान की हत्या के बाद उनके समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया. रात सवा आठ बजे बलीपुर गांव के कामता पाल के घर में आग लगा दी. इसी बीच कुंडा थाना प्रभारी सर्वेश मिश्र अपनी टीम के साथ पहुंचे, लेकिन भीड़ होने की वजह नन्हें सिंह यादव के घर की तरफ जाने की हिम्मत न जुटा सके. मौके पर सीओ जियाउल हक गांव पहुंचे. हिम्मत दिखाते हुए वो दूसरे रास्ते से प्रधान के घर की तरफ गये थे. वहां उनकी हत्या कर दी गयी. क्या है मामला? 2 मार्च 2013 में यूपी के कुंडा में जियाउल हक की हत्या हुई थी. वे यूपी पुलिस में डीएसपी के पद पर तैनात थे. बालीपुर गांव के प्रधान नन्हे यादव की हत्या होने की सूचना मिलने पर जियाउल हक उनके घर गए थे. तब भीड़ ने उन पर हमला कर दिया था. डीसीपी जियाउल हक के बाकी साथी भाग गए, लेकिन वे वहीं रह गए. भीड़ ने पहले उन्हें पीटा, इसके बाद गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गयी. इस केस की जांच कर रही सीबीआई ने अप्रैल 2013 में ग्राम प्रधान के बेटे पवन यादव, बबलू यादव, फूलचंद यादव और मंजीत यादव को डीएसपी हक के मर्डर के केस में अरेस्ट किया था. आरोप था कि नन्हे सिंह नाम के शख्स ने डीएसपी हक पर गोली चलाई थी.
................... पाकिस्तान का दौरा करेंगे विदेश मंत्री एस जयशंकर, SCO बैठक में लेंगे हिस्सा, विदेश मंत्री एस जयशंकर शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान जाएंगे, विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है,
.................... बड़ी खबर यूपी के बलिया में अधिशासी अभियन्ता ( निर्माण खण्ड ) उत्तर प्रदेश जल निगम ( नगरीय ) पीयूष मौर्य की तहरीर पर कोतवाली पुलिस बलिया ने सहायक अभियन्ता अंकुर श्रीवास्तव के खिलाफ मुकदमा किया दर्ज ...... सहायक अभियन्ता अंकुर श्रीवास्तव पर अनियमित रूप से 50 लाख की सामग्री बेचे जाने का है आरोप ..... अधिशासी अभियन्ता (निर्माण खण्ड) पीयूष मौर्य ने पुलिस को दिये तहरीर में कहा है कि अंकुर श्रीवास्तव, सहायक अभियन्ता / प्रभारी अधिशासी अभियन्ता द्वारा कार्यालय अधिशासी अभियन्ता (निर्माण खण्ड) उ.प्र. जल निगम (नगरीय) बलिया में अधिशासी अभियन्ता पद पर तैनाती के दौरान अनियमित रूप से 07 फर्मों को अनियमित एवं नियम विरुद्ध रूप से सामग्री करायी गई उपलब्ध जिसकी लगभग रुपए 50 लाख के आसपास है लागत ..... उक्त फर्मों को अंकुर श्रीवास्तव द्वारा बिना किसी शासनादेश, विभागीय आदेश / उच्चाधिकारियों की अनुमति प्राप्त किए सामग्रियां कराई गई है उपलब्ध ...... प्रकरण में जिलाधिकारी, बलिया द्वारा उपलब्ध कराई गयी जांच आख्यानुसार जांच समिति को अंकुर श्रीवास्तव द्वारा अवगत कराया गया है कि उक्त फर्मों को प्रश्नगत सामग्री उपलब्ध कराने हेतु कोई शासनादेश अथवा लिखित आदेश / निर्देश नहीं है निर्गत ..... इनके द्वारा उक्त फर्मों को उपलब्ध कराये गये सामग्रियों का समायोजन संबंधी कोई अभिलेख या अन्य अभिलेख नहीं कराए गए उपलब्ध ..... इसके अतिरिक्त फर्मों द्वारा प्राप्त किये गये सामग्रियों को प्रयोग / उपयोग किये जाने अथवा नही किये जाने एवं फर्मों के सामग्री सहित अनुबन्ध होने से योजना में प्रस्तावित सामग्री का भुगतान की अद्यतन जानकारी करने पर अंकुर श्रीवास्तव द्वारा कोई भी अभिलेख / सूचना नहीं कराई गई उपलब्ध जिससे सन्देहास्पद स्थिति हुई उत्पन्न ....... यह स्पष्ट हुआ कि श्री अंकुर श्रीवास्तव द्वारा बिना किसी आदेश व प्रक्रिया अपनाये अपने इच्छित फर्मों को मनमाने तौर पर सामग्रियों को कराया गया उपलब्ध ..... अंकुर श्रीवास्तव द्वारा पद का दुरुपयोग करते हुए किये गये अपव्यय एवं नियम विरुद्ध अनियमित कृत्य के फलस्वरूप उ.प्र. जल निगम ( नगरीय ) को लगभग 50 लाख रुप्ये की आर्थिक छति पहुंची है, जिसके लिए अंकुर श्रीवास्तव उत्तरदाई परिलक्षित होते हैं... अंकुर श्रीवास्तव, सहायक अभियंता / प्रभारी अधिशासी अभियंता द्वारा पदजनित कर्तव्यों एवं दायित्वों का सम्यक निर्वहन न करते हुए शासकीय धनराशि का दुर्विनियोग किया गया तथा बिना किसी शासनादेश, विभागीय आदेश / उच्चाधिकारियों की अनुमति प्राप्त किये नियम विरुद्ध रूप से लगभग 50.00 लाख रूपये की सामग्री बेचकर विभाग को शासकीय क्षति पहुंचाई, जिससे विभाग की छवि हुई है धूमिल... उनका यह कृत्य वित्तीय अनियमितता के साथ ही अपराधिक कृत्यों का भी है प्रबन्ध निदेशक द्वारा 17. 08.2024 को की गयी समीक्षा बैठक के बिन्दु संख्या-14 के उप प्रस्तर-14.1 में अपचारी अधिकारी के विरुद्ध तत्काल एफआईआर दर्ज कराने हेतु दिये गये हैं निर्देश वहीं... मुख्य अभियन्ता (अ-2), उ.प्र. जल निगम (नगरीय) लखनऊ द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में अंकुर श्रीवास्तव, सहायक अभियन्ता के विरुद्ध उक्त के लिए प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराते हुए कृत कार्यवाही की सूचना तत्काल अधोहस्ताक्षरी को सूचित करने का कष्ट करें, ताकि कृत कार्यवाही से उच्चाधिकारियों को भी कराया जा सकें अवगत ...... तहरीर के आधार पर पुलिस ने धारा 316 (5) बीएनएस के तहत मुकदमा किया दर्ज ......
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