मिर्जापुर
बिग ब्रेकिंग
मिर्जापुर कछवा और मिर्जामुराद के बीच ट्रक और ट्रैक्टर में हुई जोरदार टक्कर, पीछे से ट्रक ने मारी टक्कर, ट्रैक्टर सवार मजदूरों की हुई दर्दनाक मौत, लगभग 10 मजदूर की मौत, तीन गंभीर रूप से घायल, घायलों को वाराणसी ट्रामा सेंटर किया गया रेफर।
..................... आज दिनांक 04.10.2024 की रात्रि करीब 01.00 बजे सूचना प्राप्त हुई कि थाना कछवां क्षेत्रांतर्गत मिर्जामुराद कछवां वार्डर जीटी रोड पर एक दुर्घटना हुई है जिसमें एक ट्रैक्टर पर 13 लोग सवार थे जो जनपद भदोही से वाराणसी की तऱफ जा रहा था को पीछे से एक ट्रक द्वारा अनियंत्रित होकर टक्कर मार दिया गया। तत्काल इस सूचना पर पुलिस के उच्चाधिकारीगण द्वारा मौके पर पहुंचकर राहत बचाव कार्य प्रारंभ कर दिया गया। ट्रैक्टर सवार 13 लोगों में से 10 लोगों की मृत्यु हो गयी तथा 03 लोग घायल हो गये जिनकों तत्काल इजाल हेतु ट्रामा सेंटर(BHU) वाराणसी भिजवाया गया। ट्रैक्टर सवार सभी लोग जनपद भदोही से छत ढलाई का काम कर के अपने घर मिर्जामुराद जनपद वाराणसी जा रहे थे । थाना कछवां पुलिस द्वारा मृतकों के शव कों कब्जें में लेकर मर्चरी भिजवाया गया। घायलों को इलाज ट्रामा सेंटर वाराणसी में चल रहा है, जहां उनकी स्थिति सामान्य है । थाना कछवां पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है। मौके पर शांति एवं कानून व्यवस्था का स्थिति सामान्य है । मृतकों का नाम व पता 1. भानू प्रताप पुत्र हीरालाल उम्र करीब 25 वर्ष निवासी रामसिंहपुर मिर्जामुदार जनपद वाराणसी 2. विकास कुमार पुत्र अखिलेश उम्र करीब 20 वर्ष निवासी रामसिंहपुर मिर्जामुराद जनपद वाराणसी 3. अनिल कुमार पुत्र हुबलाल उम्र करीब 35 वर्ष निवासी बीरबलपुर मिर्जामुराद जनपद वाराणसी 4.सूरज कुमार पुत्र हुबलाल उम्र करीब 22 वर्ष निवासी बीरबलपुर मिर्जामुराद जनपद वाराणसी 5.सनोहर पुत्र नन्दू उम्र करीब 25 वर्ष निवासी निवासी बीरबलपुर मिर्जामुराद जनपद वाराणसी 6.राकेश कुमार पुत्र कन्हैया लाल उम्र करीब 25 वर्ष निवासी बीरबलपुर मिर्जामुराद जनपद वाराणसी 7.प्रेम कुमार पुत्र महंगी उम्र करीब 40 वर्ष निवासी बीरबलपुर मिर्जामुराद जनपद वाराणसी 8.राहुल कुमार उर्फ टिल्लू पुत्र मुन्ना लाल उम्र करीब 26 वर्ष बीरबलपुर मिर्जामुराद जनपद वाराणसी 9.नितिन कुमार पुत्र दौलत राम उम्र करीब 22 वर्ष निवासी बीरबलपुर मिर्जामुराद जनपद वाराणसी 10.रोशन कुमार पुत्र दीनानाथ उम्र करीब 17 वर्ष निवासी बीरबलपुर मिर्जामुराद जनपद वाराणसी * घायलों का नाम व पता* 1.आकाश कुमार पुत्र नन्दलाल उम्र करीब 18 वर्ष निवासी बीरबलपुर मिर्जामुराद जनपद वाराणसी 2.जमुनी पुत्र सहती उम्र करीब 26 वर्ष निवासी बीरबलपुर मिर्जामुराद जनपद वाराणसी 3.अजय सरोज पुत्र छब्बन उम्र करीब 50 वर्ष निवासी बीरबलपुर मिर्जामुराद जनपद वाराणसी
............... ब्रेकिंग मिर्जापुर राजगढ़ थाने पर तैनात महिला कांस्टेबल को किया गया निलंबित, कार्य में लापरवाही पर एसपी ने किया निलंबित, महिला कांस्टेबल द्वारा अपने सहकर्मी पर लगाया गया था जबरदस्ती करने का आरोप, रात को जबरन कमरे में घुसकर जबरदस्ती का लगाया गया था आरोप, आरोपों की जॉच में मामला निकला बेबुनियाद, एसपी ने कार्यवाही करते हुऐ महिला कांस्टेबल छाया को किया निलंबित।
.,............... बेंजामिन नेतन्याहू के भाषण के अंश इज़राइल की पुकार 75 साल पहले हमें मरने के लिए यहां लाया गया था। हमारे पास ना कोई देश था, ना कोई सेना थी। सात देशों ने हमारे विरुद्ध जंग छेड़ दी। हम सिर्फ 65,000 थे। हमें बचाने के लिए कोई नहीं था। हम पर हमले होते रहे, होते रहे। लेबनान, सीरिया, ईराक़, जॉर्डन, मिस्र, लीबिया, सऊदी अरब जैसे कई देशों ने हमारे ऊपर कोई दया नहीं दिखाई। सभी लोग हमें मारना चाहते थे किंतु हम बच गये। संयुक्त राष्ट्र ने हमें धरती दी, वह धरती जो 65 प्रतिशत रेगिस्तान थी। हमने उसको भी अपने खून से सींचा। हमने उसे ही अपना देश माना क्योंकि हमारे लिए वही सब कुछ था। हम कुछ नहीं भूले, हम फिरऔन से बच गए। हम यूनान से बच गए। हम रोमन से बच गए। हम स्पेन से बच गए। हम हिटलर से बच गए। हम अरब देशों से बच गए। हम सद्दाम से बच गए। हम गद्दाफी से बच गए। हम हमास से भी बचेंगे, हम हिजबुल्ला से भी बचेंगे और हम ईरान से भी बचेंगे। हमारे जेरूसलम पर अब तक 52 बार आक्रमण किया गया, 23 बार घेरा गया, 39 बार तोड़ा गया, तीन बार बर्बाद किया गया, 44 बार कब्जा किया गया लेकिन हम अपने जेरूसलम को कभी नहीं भूले। वह हमारे हृदय में है, वह हमारे मस्तिष्क में है और जब तक हम रहेंगे, जेरूसलम हमारी आत्मा में रहेगा। संसार ये याद रखें कि जिन्होंने हमें बर्बाद करना चाहा वह आज स्वयं नहीं है। मिस्र, लेबनान, बेबीलोन, यूनान, सिकंदर, रोमन सब खत्म हो गए हैं। हम फिर भी बचे रहे। हमें वे (इस्लामी) खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने हमारे रस्म रिवाज को कब्जाया। उन्होंने हमारे उपदेशों को कब्जाया। उन्होंने हमारी परंपरा को कब्जाया। उन्होंने हमारे पैगंबर को कब्जाया। कुछ समय पश्चात अब्राहम इब्राहिम कर दिए गए, सोलोमन सुलेमान हो गए, डेविड दाऊद बना दिए गए, मोजेज मूसा कर दिए गए... फिर एक दिन... उन्होंने कहा तुम्हारा पैगंबर (मुहम्मद) आ गया है। हमने इसे नहीं स्वीकार नहीं किया। करते भी कैसे, उनके आने का समय नहीं आया था। उन्होंने कहा, स्वीकारो! कबूल लो! हमने नहीं कबूला। फिर हमें मारा गया। हमारे शहरों को कब्जाया गया, हमारे शहर यसरब को मदीना बना दिया गया। हम कत्ल हुए, भगा दिए गए... मक्का के काबा में हम 2 लाख थे, मार दिए गए। हमें दुश्मन बता कर कत्ल किया गया, फिर सीरिया में, ओमान में यही हुआ। हम तीन लाख थे, मार दिए गए। ईराक़ में हम 2 लाख थे, तुर्की में चार लाख, हमें मारा जाता रहा, मारा जाता रहा। वे हमें मार रहे हैं, मारते जा रहे हैं। हमारे शहर, धन, दौलत, घर, पशु, मान-सम्मान सब कुछ कब्जाए जाते रहे फिर भी हम बचे रहे। 1300 सालों में करोड़ों यहूदियों को मारा गया फिर भी हम बचे रहे। 75 साल पहले वे हम पर थूकते थे, जलील करते थे, मारते थे। हमारी नियति यही थी किंतु हम स्वयं पर, अपने नेतृत्व पर, अपने विश्वास पर टिके रहे रहे। आज हमारे पास एक अपना देश है। एक स्वयं की सेना है, एक छोटी अर्थव्यवस्था है। इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट, आईबीएम, फेसबुक, जैसी कई संस्थायें हमने इस दौर में बनाईं। आज हमारे चिकित्सक दवा बन रहे हैं, लेखक किताबें लिख रहे हैं, ये सबके लिए हैं , यह मानवता के कल्याण के लिए है। हमने रेगिस्तान को हरियाली में बदला। हमारे फल, दवाएं, उपकरण, उपग्रह सभी के लिए है। हम किसी के दुश्मन नहीं है, हमने किसी को खत्म करने की कसमें नहीं खाईं। हमें किसी को बर्बाद भी नहीं करना, हम साजिशें भी नहीं करते। हम जीना चाहते हैं, सिर्फ सम्मान से, अपने देश में, अपनी जमीन पर, अपने घर में। पिछले हजार सालों से हमें मिटाया गया, खदेड़ा गया, कब्जाया जाता रहा, हम मिटे नहीं, हारे नहीं और न आगे कभी हारेंगे। हम जीतेंगे, हम जीत कर रहेंगे, हम 3000 सालों से यरुशलम में ही थे। आज हम अपने पहले देश इजराइल में हैं। यह हमारा ही था, हमारा ही है और हमारा ही रहेगा, येरूसलम हमसे है और हम येरूसलम से हैं। हम अपने घर में शांति से रह रहे थे लेकिन हमास ने जबरदस्ती हमारे घर में घुसकर हमें ललकार तब हम शांत कैसे बैठते लड़ते-लड़ते हम बहुत मजबूत हो गए हैं और दुश्मन के घर में घुसकर उन्हें बर्बाद करना सीख गए हैं और हम अब यही कर रहे हैं हमें हम किसी की नहीं सुनना है जब तक हमारा एक भी दुश्मन जीवित रहेगा तब तक युद्ध बंद नहीं होगा युद्ध बंद नहीं होगा चाहे विश्व में भी लड़ना पड़े हम लड़ेंगे और अंत तक लड़ेंगे हम सामने से लड़ना जानते हैं जिहादियों की तरह सुरंग में नहीं छिपते हम सामने से गोली चलाते हैं हिज्बुल्लाह की तरह पाताल में नहीं छुपते,, हमसे अब हमारा दुश्मन नहीं बचेगा यह हमारा प्रण है लेबनान के बाद ईरान की पारसी जनता को भी मुक्त करना है और यह हम करके ही दम लेंगे धन्यवाद
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