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मुख्तार अंसारी था देश का सबसे बड़ा माफिया, सपा प्रत्याशी का बयान निंदनीय- आशुतोष राय,

मुख्तार अंसारी था देश का सबसे बड़ा माफिया, सपा प्रत्याशी का बयान निंदनीय- आशुतोष राय,

गाजीपुर। भाजयुमो के पूर्व प्रदेश अध्‍यक्ष आशुतोष राय ने पत्रकारो को बताया कि मुख्‍तार अंसारी देश का सबसे बड़ा कुख्‍यात माफिया था। जिसके संबंध माफिया अतीक अहमद, शहाबुद्दीन और दाउद इब्राहिम से थे। पूरे देश में उसके क्राइम के बड़े नेटवर्क थे। मुख्तार अंसारी और सांसद अफजाल अंसारी पर के उपर कोर्ट में विचाराधीन दर्जनों मुकदमे इस बात के प्रतीक है। 
               श्री राय ने बताया कि कृष्‍णानंद राय की निर्मम हत्‍या कर उनकी चोटी काट ली जाती है और हत्‍यारे सनातन धर्म को भी गाली देते हैं, इसके बाद माफिया के इशारे पर मुनीब राम की हत्‍या कर दी जाती है। मऊ में ठेकेदार मन्ना सिंह के घर का उद्घाटन मुख्‍तार अंसारी ने किया और तीन महीने बाद माफिया ने मन्‍ना सिंह की निर्मम हत्‍या करा दी। मऊ दंगे में अनेक निर्दोष दुधिए बल्‍टे वाले मारे गये। लेकिन सपा का कोई नेता उन दुधिए बल्‍टे वाले परिजनों का कोई हालचाल नही लेने गया लेकिन माफिया के कब्र पर फातिहा पढ़ने के लिए सपा नेताओं की कतार लगी रही। इसलिए सपा प्रत्‍याशी द्वारा मुख्‍तार अंसारी को शहीद बताने की बात सरासर गलत और निंदनीय है। इस बात का जवाब गाजीपुर की जनता जरुर देगी। उन्‍होने कहा कि जो विकास का पहिया गाजीपुर जिले के इतिहास में पहली बार 2014 से गतिमान हुआ लेकिन कुछ कारणोंवश 2019 में यह विकास का पहिया रुक गया। धर्म और जाति का मायाजाल फैलाकर जो प्रतिनिधि जीत कर संसद में गया उसने पांच वर्षों तक गाजीपुर में विकास के नाम पर एक ईंट भी नहीं रखी है। अब गाजीपुर की जनता को यह तय करना होगा कि जिले में विकास चाहिए या विनाश चाहिए। उन्‍होने कहा कि इस बार जनता वोट की चोट से विरोधियों को सकब सिखाएगी। मोदी की गारंटी और योगी के सुरक्षा, सद्भाव और माफिया भगाओ अभियान पर चुनाव होगा। हमारी लड़ाई बसपा से है, सपा लड़ाई से बाहर है। इस अवसर पर भाजपा नेता विनोद अग्रवाल, सुनील गुप्‍ता, योगेश सिंह, राजेश भारद्वाज, हिमांशु सिह, अजय कुशवाहा, शशिकांत शर्मा आदि लोग उपस्थित थे।
 

घर वापसी समाचार क्रिश्चियन लड़की से शादी करने के लिए हिंदू से 17 वर्ष पूर्व क्रिश्चियन बना व्यक्ति ने घर वापसी की ्््््् केरल के तिरुवनंतपुरम के रहने वाले मोहन चंद्रन 17 वर्ष पूर्व एक क्रिश्चियन लड़की से प्रेम करने के कारण ईसाई धर्म अपना लिया लेकिन सनातन में आस्था होने के कारण वह पूर्ण रूप से कन्वर्ड। नहीं हो पाए हिंदू धर्म के त्योहार एवं मंदिरों में आना-जाना जारी रहा 17 वर्ष बाद वह 6 बच्चों के पिता होने के बाद सनातन धर्म में घर वापसी की

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